१ दांतो में कीड़ा।
दांतो में कोई कीड़ा नहीं होता.ये micro oragnism होता है जो खुली आँखों से नहीं दिखता। जो blackness होती है। उसको scrap कर के slide बना कर microscope पर देखने पर दिखें गे। गाँव में जो कीड़ा कान से निकलते है वो सब कुछ नहीं होता।
दांतो की anatomy को समझो [सररचना ]
1 Enamel
ये पहली परत होती है दाँत में। अगर कीड़ा केवल इसी परत पर है तब तक मरीज को कोई दिक़्क़त नहीं होती। ये सही समय है दाँत भरवाने का।इसलिए जैसे ही दाँत में कोई गड्ढा दिखे तुरंत भरवालों। डॉक्टर के पास जा कर। झोला छाप से नहीं।
2Dentin
ये दूसरी परत होती है enamel के बाद। अगर कीड़ा यहाँ तक पहुंच जा ये तो झनझनाहट शुरू हो जाती है और दर्द भी हो सकता है। अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करे। कीड़े का यहाँ तक पहुंचने का मतलब है दाँत जायदा ख़राब हो चुका है। डॉक्टर की सलहा पर काम करे। जैसे condition हो गी वैसा ही इलाज होगा।
Pulp chamber
pulp chamber में नसें होती है अगर कीड़ा यहाँ तक पहुंच गया तो मरीज को तेज सा दर्द होगा । अब दाँत मसाला भरने से नहीं ठीक हो गा। अब दाँत बचाना है तो नस का इलाज जरुरी है जिसको RCT बोलते है. इसमें नस हटा दी जाती है दाँत की। फिर ऊपर से कैप लगा दी जाती है

note=ऊपर आप देख सकते है की कीड़ा दाँत को कैसे ख़राब करता है।
#जरुरी उपाए बचने के #
1=रोज़े दो बार ब्रश करे सुबह और रात में।
2=mouth wash इस्तेमाल करे रोज़।
3=6 महीने में 1 बार डॉक्टर को जरूर दिखाये।
4=चिपचिपी चीज़ खाने के बाद दाँत साफ जरूर करे।
5=जितना जल्दी हो सके कीड़े लगे दाँतो को भरवा दे।
6 =डॉक्टर के परामर्श अनुसार काम करे।
6 =डॉक्टर के परामर्श अनुसार काम करे।
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