पायरिया
इसमें मसूढ़ों से खून आता है ,मुँह से बदबू आती है और मसूढ़े कटते है.. जिस वजह से अक्सर लोग अक्सर ब्रुश करना बंद कर देते है और ऊँगली से करने लगते है ब्रश।
प्रकार
1=इसमें मसूढ़े से खून आता है
2=सूझन आ जाती है मसूढ़ों में।
3=इसमें मसूढ़े कट जाते है और दाँत हिल जाते है।
लक्षण
इसमें मसूढ़ों से खून आता हैदाँतो में पथर जम जाता है ,मुँह से बदबू आती है और मसूढ़े कटते है.. जिस वजह से लोग अक्सर ब्रुश करना बंद कर देते है और ऊँगली से करने लगते है ब्रश। अक्सर लोग तरहे तरहे के पेस्ट बाजार से खरीद कर करने लगते है पर कुछ फायदा नहीं मिलता और पायरिया बढ़ती जाती है। अगर ऊपर लिखा कोई लक्छण आप को अपने दातो दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे। कभी कभी पस भी आने लगता है
ईलाज
सफाई कराना इसका एक मात्रा इलाज है। पर लोग अक्सर सफाई से डरते है सोचते है सफाई से दाँत गिर जाए गे। ये लोगो की बिलकुल गलत सोच है क्योकि अगर सफाई नहीं होगी तो दाँत वैसे भी गिर जाये गे। जो पथर जमा होता है वो साफ़ होना जरुरी है क्यों कि उसी में कीटाणु है
और जहा पथर नहीं जमा होता वहा मसूढ़ों में सूझन होती है और खून आता है।
सफाई होना बहुत जरुरी है। वही इलाज है।
फोटो [मसूढ़े में सूझन ]
[मसूढ़ों का काटना ]
[पथर का जमना ]
सावधानी
2=रात में ब्रश करना बहुत जरुरी है।
3=mouth wash इस्तेमाल करे।
4=दुबरा गंदगी न जमा होने दे मुँह में।
5=समस्या जायदा है तो साल में एक बार सफाई कराये।
नोट
अक्सर लोग ये समझते है की सफाई से दाँत हिल जाते है इसलिए नहीं कराते पर ये बिलकुल ग़लत है
जब भी पायरिया के कुछ भी लक्षण दिखे तुरंत सफाई कराये।
जो पथर दाँत में जम जाते है उसी में कीटाणु होते है और जितनी देर में सफाई कराई जाये गी उतनी जायदा दाँत की जड़े खुल जाये गी।
और हो सके तो साल में एक बार जरूर सफाई कराये। क्यूकि जितना साफ सफाई रहे गी दाँत उतना ही मजबूत रहे गे
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